महंगाई बेलगाम.. जनता बोली त्राहिमाम! आखिर कब तक महंगाई की आग में झुलसती रहेगी आम जनता?
रायपुरः बढ़ती महंगाई ने एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतें जहां आम जनता की जेब जला रही है। वहीं रसोई गैस, दाल और खाद्य तेलों के बढ़ते दाम किचन का बजट बिगाड़ रहा है। महंगाई को कम करने के तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं। बेलगाम होती महंगाई पर आरोप-प्रत्यारोप की सियासत भी तेज है। ऐसे में सवाल है कि कब लगेगी महंगाई पर ब्रेक..? सवाल ये भी कब तक महंगाई की आग में झुलसती रहेगी आम जनता..?
आम जनता को एक बार फिर महंगाई का डबल झटका लगा है। गृहणियों का बजट बिगड़ रहा है तो कारोबारी भी लागत नहीं मिलने से परेशान हैं। कोरोना काल में स्पेशल पैकेज की घोषणा हो या फिर आम बजट में महंगाई कम करने के लिए राहत भरे कदम उठाने की बात केंद्र सरकार के किसी भी कदम का असर महंगाई पर नहीं पड़ा। वहीं आग में घी डालने का काम रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने कर दिया है। जानकार बता रहे हैं आने वाले दिनो में महंगाई और बढ़ेगी
किचन के अलावा रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले FMCG उत्पाद के दाम भी लगभग 10 से 20 प्रतिशत तक बढ़ गए है। महंगाई की मार से रिटेल कारोबारी भी परेशान हो गए है। छोटे व्यापारियों के मुताबिक महंगाई से उनका कॉम्पिटीशन बढ़ गया है। कॉम्पिटीशन में बने रहने के लिए मुनाफे में कटौती करनी पड़ी है, जिसकी वजह से लागत निकालने में काफी मुश्किल हो रही है।