4 साल से मॉर्चुरी में पड़ी लाशें सड़ गईं:रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में निकले 3 कंकाल; अब अंतिम संस्कार की तैयारी
कोरोना की पहली लहर के दौरान यानी 4 साल पहले रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले तीन लोगों के शव आज भी मॉर्चुरी में रखे हुए हैं। कोरोना काल में तीनों शव PPE किट में लपेटकर रख दिए गए थे जो अब सड़ चुके हैं, यहां सिर्फ हड्डियां बची हैं। भास्कर की खबर के बाद अब अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। शव लेने तहसीलदार और स्वास्थ्य अधिकारी भी पहुंचे हैं।
तीनों कंकालों की भी पहचान हो गई है। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक 2021 में पत्र लिखकर प्रशासन को शवों की जानकारी दी गई थी। लेकिन भास्कर के खबर दिखाए जाने के बाद अब कंकालों की जानकारी सामने आई है। दाह संस्कार के लिए शवों को मॉर्चुरी में रखा गया था।
तीन कंकाल की पहचान
1. दुकलहीन बाई, बलौदा बाजार
2. जवार सिंह
3. पंकज
हैरानी की बात ये है कि इससे पहले न तो इनकी पहचान के लिए कोई प्रयास किए गए और न ही अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार क्यों नहीं हुआ, इसका जवाब और ज्यादा चौंकाने वाला था। अस्पताल प्रबंधन कहता है कि कोरोना से मौत मामले में अंतिम संस्कार मजिस्ट्रेट के सामने ही होना है।
हमने कई बार चिठ्ठी लिखकर समय मांगा, लेकिन कभी चुनाव तो कभी बैठक का हवाला देकर तारीख बढ़ाते रहे। इन तीनों शव के रिकाॅर्ड भी गायब हैं, इससे यह भी पता नहीं कि शव महिला के हैं या पुरुष के।