विधायक-मंत्री उतरे मैदान में तो विधानसभा के लिए भी बनी उपचुनाव की संभावना
रायपुर। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस-भाजपा दोनों ही पार्टियों ने विधायक-मंत्री को मैदान में उतार दिया है। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद अगर ये सफल होते हैं तो विधानसभा में उपचुनाव की संभावना बनती दिख रही है। लोकसभा चुनाव के लिए मतदान के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है। पहले चरण के लिए चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बीच प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है। जानकारों की ओर से दिसंबर में उप चुनाव होने के कयास लगाए जा रहे है। चुनाव आयोग ने लोकसभा-2024 के मतदान की तिथि तय कर दी है। प्रदेश की 11 सीटों के लिए तीन चरणों में वोट डाले जाएंगे। पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को एक सीट बस्तर के लिए मतदान होगा। इसके बाद दूसरे चरण के तहत 26 अप्रैल को राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर तथा तीसरे चरण में सात मई को सरगुजा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर के लिए मतदान होगा। लोकसभा के चुनाव की पूरी प्रक्रिया छह जून तक समाप्त हो जाएगी। प्रदेश की 11 लोकसभा सीटों के लिए दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में भाजपा ने सभी 11 और कांग्रेस सात सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। लोकसभा चुनाव के 18 प्रत्याशियों में तीन भूपेश बघेल, बृजमोहन अग्रवाल और कवासी लखमा विधायक हैं। पाटन से पूर्व मुख्यमंत्री बघेल, रायपुर दक्षिण से बृजमोहन अग्रवाल और कोंटा सीट से कवासी लखमा वर्तमान विधायक हैं। इनमें से कोई भी प्रत्याशी जीत जाता है तो प्रदेश में उपचुनाव कराए जाएंगे। हालांकि, उपचुनाव विधानसभा के लिए होगा या लोकसभा के लिए यह जीतने वाले प्रतयशी के ऊपर निर्भर करेगा।