पढ़ाने के लिए माता-पिता ने नहीं बनवाया घर, 23 साल की बेटी ने पूरे कर दिए सारे सपने
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC-Union Public Service Commission) ने 8 मई को भारतीय वन सेवा (Indian Forest Service) के रिजल्ट जारी कर दिए. उसमें छत्तीसगढ़ के एक छोटे से शहर की लड़की ने कमाल कर दिया है. 23 साल की बेटी ने माता-पिता के सारे सपने सच कर दिए हैं. उसकी 63वीं रैंक आई है. उसके आईएफएस बनने पर पूरे शहर में जश्न का माहौल है. उसके घर बधाई देने वालों की लाइन लगी हुई है. माता-पिता को अभी तक यकीन नहीं हो रहा कि उनकी बेटी इतनी बड़ी अधिकारी बन गई है. गौरतलब है कि दंतेवाड़ा जिले की व्यापारिक नगरी कहे जाने वाला गीदम शहर अब शिक्षा के क्षेत्र में भी नए-नए कीर्तिमान रच रहा है. अभी कुछ वर्ष पहले ही गीदम की नम्रता जैन ने आईएएस बनकर शहर को गौरवान्वित किया था. वहीं, आज प्रीति के आईएफएस ऑफिसर बनने से पूरे शहर में खुशी का माहौल है. प्रीति और उनके परिवार को बधाई देने का दौर जोरों से जारी है. बता दें, यूपीएससी द्वारा आयोजित भारतीय वन सेवा परीक्षा में गीदम की प्रीति यादव (पिता बलमुखनंद यादव उम्र 23 वर्ष) ने ऑल इंडिया 63वीं रैंक हासिल की है. इस तरह उनका आईएफएस ऑफिसर बनने का सपना भी साकार हो गया. उन्होंने बताया कि उनका आदर्श कोई और नहीं, बल्कि माता-पिता ही हैं.