'मुझे हर रोज आवाजें आती थीं', पिता ने पहले मुर्गी काटी फिर चार साल के मासूम की दी बलि, पहले मां की करना चाहता था हत्या
बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां नर बलि दी गई है। बलरामपुर राज्य का आदिवासी बाहुल्य जिला है। बताया जा रहा है कि मानसिक रूप से कमजोर एक व्यक्ति ने अपने चार साल के मासूम बेटे की बलि चढ़ा दी। बलि देने के बाद उसने दावा किया कि उसे हर रात में बलि देने की आवाजें सुनाई देती थीं जिसके बाद उसके बलि दी है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच चल रही है। आरोपी ने बेटे का गला काटने से पहले एक मुर्गी काटी थी।
रात में उठकर दी मासूम बच्चे की बलि
आरोपी रात में खाना खाने के बाद अपने दोनों बच्चे और पत्नी के साथ एक कमरे में सो रहा था। आधी रात को वह उठा घर से चाकू से एक मुर्गी को काट दिया। उसके बाद कमरे में सो रहे बच्चे को लेकर आंगन में आया और चाकू से गला रेत दिया। जिस कारण मासूम की मौत हो गई। अधिकारियों ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पत्नी की शिकायत पर हुआ एक्शन
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जब पत्नी की नींद खुली तो उसे बच्चा दिखाई नहीं दिया। वह बच्चे को खोजते हुए आंगन में आई। उसने अपने पति से बच्चे के बारे में पूछा। जिस पर पति ने बताया कि उसने अपने बच्चे की बलि दे दी है। जिसके बाद महिला चीख-चीखकर रोने लगी। इस दौरान गांव और पड़ोस के बाकि लोग भी मौके पर पहुंच गए।
अधिकारी ने कहा, "आरोपी मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया जा रहा है। वह पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों को बताया था कि उसे किसी की बलि देने की आवाजें आ रही हैं। बलि देने के लिए उसने पहले अपनी मां की भी बलि देने की कोशिश की था लेकिन परिवार के सदस्यों ने उसे बचा लिया था।