प्रेमी, प्रेमिका और सहेली! 6 फीट के गड्ढे में दफ्न हुआ 6 महीने का इश्क... प्रतापगढ़ की उस खूनी रात की कहानी
वो जनवरी की हल्की धूप के दिन थे, जब उसने पुष्पा को पहली बार देखा। दोनों गुरुग्राम की एक कंपनी में नौकरी करते थे। 45 साल का शिवनाथ साह अक्सर उसे आते-जाते देखता और दिल ही दिल में आंहें भरता। इधर पहले से शादीशुदा पुष्पा को भी एहसास हो गया था कि कोई उसे छिपी निगाहों से देखता है। और इसीलिए, जब एक दिन उसने पुष्पा से अपने दिल की बात कही, तो वो भी उसे ना नहीं कह पाई। दोनों का इश्क परवान चढ़ने लगा। कंपनी से छुट्टी होने के बाद शिवनाथ और पुष्पा बाहर मिलते और घंटों प्यारभरी बातें करते। दोनों की मोहब्बत का ये सिलसिला 6 महीने तक चलता रहा और एक दिन खबर आती है कि शिवनाथ लापता है। 17-18 जून 2024 की बात है, जब शिवनाथ के परिवार वाले उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने गुरुग्राम के पुलिस थाने पहुंचे। पुलिस ने केस दर्ज किया और शिवनाथ की तलाश शुरू कर दी। वो अपने घरवालों से 2-3 दिन के लिए कहीं बाहर जाने की बात कहकर गया था, लेकिन 14 जून के बाद से उसका मोबाइल नहीं मिल रहा था। पुलिस शिवनाथ के मोबाइल की लास्ट लोकेशन चेक करती है, तो उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में जाकर उसकी लोकेशन मिलती है। पुलिस की एक टीम प्रतापगढ़ भेजी जाती है, लेकिन पूछताछ में कोई सुराग नहीं मिलता। इसके बाद पुलिस शिवनाथ की कॉल डिटेल की गहराई से छानबीन करती है। पुष्पा के गांव में मिली शिवनाथ की लोकेशन शिवनाथ की कॉल डिटेल में एक नंबर मिलता है, जिसपर उसकी हर दिन घंटों बात होती थी। पुलिस इस नंबर की तफ्तीश करती है, तो पता चलता है कि ये नंबर गुरुग्राम में ही रहने वाली पुष्पा नाम की महिला का है। अब पुलिस पुष्पा की कुंडली खंगालती है तो बेहद चौंकाने वाली जानकारी सामने आती है। पुष्पा मूल रूप ले यूपी में प्रतापगढ़ के उसी फतनपुर गांव की रहने वाली थी, जहां शिवनाथ के मोबाइल की लास्ट लोकेशन मिली। तुरंत एक टीम पुष्पा की तलाश में भेजी जाती है और कुछ ही देर में पुलिस उसे और उसके पति को पूछताछ के लिए थाने लेकर आ जाती है। दोनों से शिवनाथ के बारे में सवाल होता है, लेकिन पुष्पा और उसका पति गोलमोल जवाब देते हैं।