शिव डहरिया बोले-साय सरकार में अव्यवस्थाओं का आलम:जलभराव की तैयारी जून से होनी थी, अब तक बीजेपी गंभीर नहीं
छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश का दौर देखने को मिले रहा है, कई इलाकों में जलभराव की स्थितियां बन रही हैं। जल भराव की समस्या को लेकर पूर्व नगरी विकास मंत्री ने कहा जल भराव की तैयारी काफी पहले से करनी होती है लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार को लेकर गंभीर नहीं है।
इसके लिए अलग से केंद्र और राज्य सरकार के बजट आता है। जो बाढ़ जल भराव जैसी स्थितियों से निपटने के लिए होता है।
तैयारियां पूरी करने में सरकार असफल
शिव डहरिया ने कहा है कि साय सरकार में अव्यवस्था का आलम है। जो ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल हैं उनके लिए भी अलग से तैयारी की जाती है। उसका ध्यान रख पाने में ये लोग असफल हैं। ये तैयारियां सरकार को मई जून तक पूरी कर लेनी थे लेकिन सरकार इसपर ध्यान नहीं दे रही है।
सरकारी कमर्चारियों को भी आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने की छूट को लेकर पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि आरएसएस पर बना उसे वक्त लगाया गया था जब गांधी जी हत्या आरएसएस के नाथूराम गोडसे ने की थी। लेकिन बाद लगभग प्रतिबंध उन पर हटा दिया गया था, ये अपनी सामाजिक गतिविधियों कर रहे थे।
आरएसएस के कार्यालय में कभी तिरंगा झंडा नहीं लहराया जाता था, काला झंडा फहराया जाता है। केंद्र की सरकार अब सरकारी कर्मचारियों का भी राजनीतिकरण करना चाहती है और इसीलिए इन्हें अब यहां जाने की छूट दी गई है। इस लिए इस तरह के अलोकतांत्रिक निर्णय लिए जा रहे हैं।
डोर टू डोर कचरा कलेक्शन भी ठप्प
हमारी सरकार में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन होता था लेकिन बीजेपी की सरकार आने के बाद से यह व्यवस्था भी ठप्प पड़ी है। ऐसे कहीं इलाके हैं। जहां पर दो-दो दिन चार-चार दिन तक कचरा नहीं उठाया जा रहा है। हम नाईट स्वीपिंग भी करवाते थे।