'हार के लिए जेल में बंद अफसर भी जिम्मेदार':कांग्रेसियों ने कहा- सरकार की करीबी अधिकारी के आगे किसी की नहीं सुनी गई
कांग्रेस आलाकमान की ओर से बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का छत्तीसगढ़ दौरा पूरा हो गया है। कमेटी को सबसे ज्यादा शिकायतें गुटबाजी और भितरघात की मिली हैं। वहीं, एक पदाधिकारी ने तो घोटालों के आरोपों में जेल में बंद अधिकारियों और सरकार के करीबियों से भी समीक्षा करने की बात कही। उन्होंने तो यहां तक कहा कि एक महिला अधिकारी तो सरकार के इतने करीब थी कि, उसके आगे किसी की कुछ नहीं सुनी गई। मोइली कमेटी ने बीते चार दिन प्रदेश के तीन शहरों रायपुर, बिलासपुर और कांकेर में बैठक कर लोकसभा वार कार्यकर्ताओं से चर्चा की। इस दौरान कार्यकर्ताओं की नाराजगी खुलकर सामने आई। कार्यकर्ताओं ने ढाई-ढाई साल को लेकर हुई बयानबाजी को भी विधानसभा चुनाव में हार और लोकसभा चुनाव में नुकसान की वजह बताया। कार्यकर्ता बोले- जेल में बंद लोगों से हो समीक्षा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव ने मोइली कमेटी के सामने कांग्रेस सरकार के समय अफसरशाही का विरोध किया। उन्होंने कहा हार की समीक्षा हमसे नहीं, बल्कि जेल में बंद लोगों से होनी चाहिए। उन्हें ज्यादा बेहतर पता होगा, सरकार रहते केवल कुछ चुनिंदा लोगों की सुनवाई हुई। ढाई-ढाई साल पर भी बवाल बिलासपुर में ही मंडल अध्यक्ष ने कमेटी के सामने ढाई-ढाई साल सीएम वाले बयानों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। मंडल अध्यक्ष ने कहा इन बयानों से पार्टी को नुकसान हुआ। कमेटी के एक सीनियर नेता ने इसका जवाब देते हुए कहा भी लेकिन AICC ने कभी इसकी पुष्टि नहीं की। इससे भी हमें नुकसान हुआ।