लॉकडाउन का ऐलान, स्कूल-कॉलेज सहित ये दुकानें रहेंगी बंद, शादियों पर भी लगी रोक, इस वजह से यहां की सरकार ने लिया बड़ा फैसला
पाकिस्तान में आज से एससीओ शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। इसकी सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। फजीहत से बचने के लिए पाकिस्तान इस सम्मेलन की तैयारियों में कोई चूक नहीं चाहती है। इस्लामाबाद और रावलपिंडी शहर को पांच दिनों के लिए सील कर दिया है। दोनों शहरों में 16 अक्टूबर तक लॉकडाउन लगा दिया गया है। दोनों शहरों में विवाह हॉल, कैफे, रेस्टोरेंट, क्लबों और स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। लोगों को घरों में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पाकिस्तान सेना के 10000 जवानों और कमांडोज को तैनात किया गया है। दरअसल, पाकिस्तान इस साल SCO (Shanghai Cooperation Organisation) शिखर सम्मेलन (SCO Summit 2024) की मेजबानी कर रहा है। इस्लामाबाद और रावलपिंडी में दो दिन 15 और 16 अक्टूबर को यह बैठक होगी। इस विशाल इंटरनेशनल समिट में शामिल होने के लिए विदेशी गणमान्य अतिथि पाकिस्तान पहुंचने लगे हैं। पाकिस्तान में होने वाले इस सम्मेलन की सिक्योरिटी की कमान इस बार सेना संभालेगी। शहबाज सरकार ने अपनी स्थानीय पुलिस और रेंजर्स पर भरोसा नहीं जताया है। वहीं दोनों शबरों में 16 अक्टूबर तक लॉकडाउन लगा दिया गया है। सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। जारी आदेश में कहा गया है कि SCO शिखर सम्मलेन के सिक्योरिटी के मद्देनजर 14 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद और रावलपिंडी में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। 16 अक्टूबर तक दोनों शहरों में मैरिज हॉल, कैफे, रेस्टोरेंट, और स्नूकर क्लबों को बंद रहेंगे। स दौरान कोई सार्वजनिक आयोजन, न तो विवाह समारोह होगा और न ही कोई पार्टी या अन्य सार्वजनिक कार्यक्रम की अनुमति होगी। पुलिस ने इन क्षेत्रों के व्यापारियों, होटल और रेस्टोरेंट मालिकों को नोटिस देकर चेतावनी दी है कि अगर कोई आदेश का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इन देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल एससीओ समिट में भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान शामिल हैं। यह एशिया का एक महत्वपूर्ण आर्थिक और सुरक्षा ब्लॉक है, जो सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक बन गया है। सम्मेलन के दौरान इन सभी देशों के विदेश मंत्रियों या राष्ट्राध्यक्षों के शामिल होने की संभावना है, जिसके चलते पाकिस्तान काफी चिंतित है। यही कारण है कि उसने इन दोनों शहरों की सुरक्षा सेना को सौंप दी है।