धमतरी: पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ बंदी, पेट में दर्द का बहाना बनाकर अस्‍पताल आया था इलाज कराने
धमतरी। छत्‍तीसगढ़ के धमतरी जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक विचाराधीन बंदी, पेट दर्द का इलाज कराने के बहाने जिला अस्पताल से चकमा देकर फरार हो गया। मामले में जेल प्रशासन ने सिपाही को तत्काल सस्पेंड कर दिया है। पुलिस के अनुसार 58 वर्षीय जनार्दन भोई धमतरी के जिला जेल में जेल प्रहरी के पद पर पदस्थ था। 24 नवंबर को जेल प्रहरी की ड्यूटी बंदियों के स्वास्थ्य चेकअप में लगी थी। इसी दौरान, जेल में बंद 37 वर्षीय पंचराम उर्फ पंचू निषाद पेट में दर्द की शिकायत करने आया। जिला सक्ती के चंदली बालपुर का रहने वाला पंचराम जो 15 सितंबर 2024 से जिला जेल में विचाराधीन बंदी के रूप में बंद था। कुरूद थाना में दर्ज अपराध की धारा 331-1, 35 1 बीएनएस के तहत जेल में था। शौचालय के बहाने बंदी हुआ फरार पेट में अचानक तेज दर्द बढ़ने पर जेल प्रहरी जनार्दन भोई ने उसे संजीवनी 108 एम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल लाया। इलाज के दौरान, बंदी ने शौचालय जाने की बात कही। हथकड़ी में बंद होने के बावजूद, जेल प्रहरी उसे शौचालय के अंदर भेजने पर सहमत हो गया, इस दौरान बाहर खड़ा रहा। लेकिन, बंदी ने मौके का फायदा उठाकर शौचालय में हथकड़ी छोड़ दी और धुंआधार तरीके से फरार हो गया। घटना के तुरंत बाद, जेल प्रशासन और पुलिस ने आसपास के क्षेत्र, अस्पताल और बस स्टैंड में बंदी की तलाशी ली, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। इसके बाद, जेल प्रहरी जनार्दन भोई ने सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने पंचराम उर्फ पंचू निषाद के खिलाफ धारा 262 बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया।