एक दिवसीय संगोष्ठी : मुख्यमंत्री ने कहा - जनजातीय संस्कृति ने भगवान श्रीराम को अपने हृदय में बसा रखा है
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बुधवार को रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में एक दिवसीय संगोष्ठी को कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज हमें जनजातीय समुदायों की अस्मिता और विरासत के प्रति संवेदनशील यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व मिला है। जनजातीय समुदाय की हमारी बहन द्रौपदी मुर्मु भारत के सर्वाेच्च पद पर आसीन हैं। जनजातीय समाज का इतिहास धरती पर मनुष्य के पहले पदचाप के साथ जुड़ा हुआ है। जनजातीय संस्कृति ने भगवान श्रीराम को अपने हृदय में बसा रखा है। भगवान राम ने छत्तीसगढ़ में ही वनवास बिताया, यहीं पर उन्होंने माता शबरी के जूठे बेर खाए। जनजातीय अस्मिता का प्रश्न भारत की सनातन परंपरा की अस्मिता से जुड़ा हुआ प्रश्न है। छत्तीसगढ़ के प्रत्येक समुदाय के पास विकास के समान अवसर हों और जनजातीय समाज अपनी प्राकृतिक और भौगोलिक जटिलताओं पर जीत हासिल करते हुए समग्र भारत के विकास की मुख्य धारा में शामिल हो सकें। जब हम जनजातीय समुदायों की अस्मिता की रक्षा करेंगे, उनकी संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन करेंगे,उनके इतिहास और उनके नायकों का गौरवगान करेंगे तो निश्चित रूप से मां भारती का यश बढ़ेगा, उसका गौरव गान होगा।