टीएस सिंहदेव के दादा के क्रियाकर्म के लिए नहीं थे घर में पैसे, पिता ने बेच दी थी कार.. सुनें ‘नेता जी ऑन एयर हैं’ में..
टीएस सिंहदेव ने बताया कि, राजघराने में पैदा होने की वजह से अक्सर लोगों को लगता है कि उनका परिवार संपन्न है और कोई कमी नहीं है। लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने बताया कि जब वह 15-16 वर्ष के थे तब उन्हें पता चला था कि दादा जी के अंतिम संस्कार के लिए घर की कार को बेच दिया गया था। वह बच्चे थे और इस पिता के फैसले से दुखी भी थे। उनके पास आज जो धन-संपत्ति है वह विरासती है। लोगों को राजपरिवार के वैभव की वजह से यह कमियां नहीं दिखाई पड़ती। कांग्रेस ने हमेशा दिया मौक़ा टीएस सिंहदेव ने बताया कि कांग्रेस उनकी मातृपार्टी है और कांग्रेस ने उनके परिवार के किसी न किसी सदस्य को 1952 से लेकर अब तक हमेशा टिकट देकर लोकसभा और विधानसभा में पहुंचाया। (TS Singh Deo’s political journey and experience) हालांकि 1977 के चुनाव में सिंहदेव परिवार का कोई सदस्य परिस्थितियों की वजह से चुनाव नहीं लड़ पाया था। जोगी परिवार की वापसी पर राय टीएस सिंहदेव ने जोगी परिवार और निष्कासित नेता बृहस्पत सिंह के वापसी पर भी IBC24 से चर्चा की है। उन्होंने बताया कि जब पार्टी पूछेगी तब उनके वापसी पर अपनी राय रखेंगे। लेकिन उनकी निजी राय यह भी है कि पार्टी में किसी को जल्दी बाहर करना और उन्हें फिर से लेना ऐसा नहीं होना चाहिए।साय सरकार के इस साल टीएस सिंहदेव से सरकार एक साल पूरे होने पर भी राय पूछी गई। इस पर उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार में सब कुछ केंद्रीयकृत हो चुका था। (TS Singh Deo’s political journey and experience) लेकिन मौजूदा सरकार में इसके उलट नेतृत्व का बिखराव नजर आता हैं।