मानव अधिकार आधारित पोस्टर प्रदर्शनी
। *मानव अधिकार आधारित पोस्टर प्रदर्शनी*
डॉ राधाबाई शासकीय नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ में राजनीति विज्ञान विभाग के राजनीति विज्ञान परिषद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया।इस अवसर पर राजनीति विज्ञान की छात्राओं ने मानव अधिकारों से संबंधित पोस्टर बनाकर उसे प्रदर्शित किए। इस अवसर पर डॉ भूपेंद्र कुमार साहू ने छात्राओं को बताया कि
मानवाधिकार दिवस हर साल 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा मनाया जाता है।यह उस दिन की याद दिलाता है जब 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा को अपनाया था।मानवाधिकार दिवस की औपचारिक शुरुआत 1950 में हुई,जब महासभा ने प्रस्ताव 423 (V) पारित कर सभी राज्यों और इच्छुक संगठनों को प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस के रूप में अपनाने के लिए आमंत्रित किया।जब महासभा ने घोषणा को अपनाया,तो इसे सभी लोगों और सभी राष्ट्रों के लिए उपलब्धि का एक सामान्य मानक घोषित किया गया,जिसके लिए व्यक्तियों और समाजों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रगतिशील उपायों के माध्यम से प्रयास करना चाहिए,ताकि उनकी सार्वभौमिक और प्रभावी मान्यता और पालन सुनिश्चित हो सके।मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा में मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रताओं की एक विस्तृत श्रृंखला निर्धारित की गई है,जिसके हम सभी हकदार हैं।यह राष्ट्रीयता,निवास स्थान, लिंग,राष्ट्रीय या जातीय मूल, धर्म,भाषा या किसी अन्य स्थिति के आधार पर भेदभाव किए बिना हर व्यक्ति के अधिकारों की गारंटी देता है।हालाँकि घोषणापत्र कोई बाध्यकारी दस्तावेज़ नहीं है,लेकिन इसने 60 से ज़्यादा मानवाधिकार दस्तावेजों को प्रेरित किया है जो मिलकर मानवाधिकारों का एक अंतरराष्ट्रीय मानक बनाते हैं। आज घोषणापत्र में दिए गए बुनियादी मानवाधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों की आम सहमति इसे और भी मज़बूत बनाती है और हमारे रोज़मर्रा के जीवन में मानवाधिकारों की प्रासंगिकता पर ज़ोर देती है।पोस्टर प्रदर्शनी के सफल आयोजन में राजनीति विज्ञान परिषद के पदाधिकारियों अध्यक्ष नीधि साहू,उपाध्यक्ष वैशाली बघेल,लता जगत एवं शशि साहू की महत्वपूर्ण भूमिका रही।